तू ज़िन्दगी है मेरी
सुकून तुझसे है मेरा
तू साथ है सदा मेरे
यकीन तुझपे है मेरा
नमी ये कैसी आँख मे ; बता तुझे मै प्यार दूँ
क्यूँ बिखरा है ये मन तेरा ; आ तुझे संवार दूँ
जो सवाल तेरे मन मे ; जला रहा है तुझे
तेरे हर सवाल का आ तुझे जवाब दूँ
ये सुर्ख मिजाज़ , बेरंग लिबाज़
क्यूँ ओढ़े है ये तन तेरा
थामे हाथ चल संग मेरे
तेरी चूनर मै रंग दूं
तस्वीर बन कर इस तरह ; ना देख एक टक मुझे
आ ज़िन्दगी में आ मेरी ; किस्मत अपनी संवार लूँ
हथेलियॊ मे रख तुझे ; करूँगा प्यार बेपनाह
चाह में तेरी सारी ज़िन्दगी गुज़ार दूँ
कश्यप द्विवेदी
gud one kashi
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